सूर्य की मिथुन संक्रान्ति से जीवन पर होगा असर, जानिए कैसे?
मिथुन के 10 अंश तक रहने पर धन-धान्य में तेजी का रूख होने से राजा व प्रजा को कष्ट रहने की सम्भावना है।
लखनऊ। सूर्य की मिथुन संक्रान्ति 15 जून दिन गुरूवार को प्रातः 5 बजकर 33 मि0 पर धनिष्ठा नक्षत्र एंव गर करण में होगी। यह मिथुन राशि की 30 मुहूर्ती, बैठी हुई सूर्य संक्रान्ति है। अतः मिथुन के 10 अंश तक रहने पर धन-धान्य में तेजी का रूख होने से राजा व प्रजा को कष्ट रहने की सम्भावना है।
आखिर आपसे क्या कहता है शरीर के अंगों का फड़कना?
संक्रान्ति रविवारी 30 मुहूर्ती होने से वर्षा अच्छी होने से खेती की उपज अच्छी होगी। मेवा, फल, रूई, सूत, वस्त्र, घी, तेल, गुड़ आदि खाद्यय पदार्थ में तेजी बनी रहेगी।
सूर्य के राशि परिर्वतन से विभिन्न राशियों पर प्रभाव
मेष
तृतीय भाव का सूर्य कुछ लोगों के पराक्रम व आत्मबल में वृद्धि करायेगा साथ में ही नयें मित्र बनेंगे। रोजी व रोजगार से सम्बन्धित कार्यो में कुछ बाधायें आने की आशंका है। आर्थिक स्थितियों में पहले की अपेक्षा कमी आयेगी। भाषा पर नियन्त्रण बनायें रखें।
वृष
दूसरे स्थान का सूर्य परिवार की सामूहिक प्रगति होने के आसार नजर आ रहे है। कुछ लोगों के सम्बन्ध विच्छेद हो सकते है। आय व व्यय में समानता का माहौल बना रहेगा। मानसिक स्थितियों में असमानता बनी रहेगी।
मिथुन
प्रथम खाने का सूर्य आर्थिक समस्याओं का निदान होगा और साथ में कैरियर में स्थिरता आयेगी। व्यवसाय में उपभोक्ताओं की वुद्धि होगी। नयें सम्बन्धों का लाभ मिलेगा। घर-गृहस्थी में सुखद वातावरण बने रहने के आसार नजर है।
कर्क
12वें स्थान का सूर्य कुछ लोगों को नींद न आने की समस्या पैदा कर सकता है। ऑखो की विशेष देखभाल करने की जरूरत है। धन की आर्थिक स्थिति में मजबूती आयेगी। व्यवसायिक गतिविधियों में प्रगति होने के आसार है। जीवन साथी के साथ मधुरतम पल व्यतीत होंगे। विद्यार्थियों के लिए समय उत्तम रहेगा।
सिंह
11वें भाव में सूर्य के रहने से सामाजिक क्रिया-कलापों में धन का अपव्यय हो सकता है। नौकरी आदि में बॉस से टकराव की स्थितियॉ उत्पन्न हो सकती है। नयें सम्बन्धों को सोंच-समझकर ही मजबूत बनायें। वाहन प्रयोग में सावधानी बरतें।
कन्या
दशम भाव में सूर्य के गोचर करने से पद, प्रतिष्ठा का लाभ होगा एंव सामाजिक कार्यो से फायदा होगा। नयें लोगों की कार्य जीविका में प्रगति होगी। कुछ ऐसा होगा जिससे मन प्रसन्नचित्त रहेगा। वृद्ध लोगों को इस चिन्तन करने की जरूरत है।
तुला
भाग्य भाव में सूर्य रहने से कैरियर में प्रगति होगी एंव पिता से मधुर सम्बन्ध बनेंगे। विदेश जाने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए यह समय अच्छा रहेगा। भाग्य पक्ष में मजबूती आयेगी जिससे रूके हूये कार्यो में प्रगति होगी। शोध छात्रों के लिए समय अनुकूल रहेगा।
वृश्चिक
सूर्य के अष्टम भाव में रहने से कुछ लोगों के गुप्त सम्बन्धों का खुलासा हो सकता है। गूढ़ विषयों के अध्ययन की ओर मन अग्रसर होगा। साहस एंव पराक्रम में कमी आयेगी जिससे आत्म-विश्वास डाउन होगा। राय-मशविरा लेकर ही काम करें तो अच्छा होगा।
धनु
सप्तम का सूर्य कुछ लोंगो के दाम्प्त्य जीवन में खलल पैदा होने की आशंका है जिससे परिवार में कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। समय का दुरूप्रयोग करने से बचना होगा। वाणी में नियन्त्रण रखना आवश्य है। मित्रों से मधुर सम्बन्ध रखें।
मकर
छठें में सूर्य रहने से रोग हवी हो सकता है एंव बेवहज के कार्यो की वजह से मन में चिड़चिड़ापन बना रहेगा। कार्य योजनाओं में बाधॉयें आयेगी। परिवार की किचकिच से कंही दूर जाने का मन होगा। किताबी कीड़ा न बनकर व्यवहारिकता पर भी बल देने की जरूरत है।
कुम्भ
आपके पंचम भाव का सूर्य मानसिक उर्जा में वृद्धि करायेगा एंव पराक्रम व साहस में वृद्धि होगी। रोजगार में प्रगति होगी। धन का लाभ होगा जिससे परिवार का महौल सुखद होगा। भाई पक्ष से सहयोग की उम्मीद की जा सकती है। विद्यार्थियों को साक्षात्कार में सफलता मिलेगी।
मीन
चतुर्थ
भाव
में
सूर्य
के
गोचर
करने
से
वाहन,
मकान
आदि
पर
अनवाश्यक
खर्च
हो
सकता
है।
अतः
इन
पर
नियन्त्रण
करना
आवयश्यक
होगा
अन्यथा
बजट
गड़बड़ा
सकता
है।
सोंची
समझी
रणनीति
के
तहत
किये
गये
कार्यो
में
प्रगति
होगी।
अचानक
यात्रा
करनी
पड़
सकती
है।