हीरा केवल रूप नहीं संवारता बल्कि हेल्थ का भी रखता है ख्याल
हीरा पहनने से आयु वृद्धि होती है, स्वास्थ्य में लाभ मिलता है, व्यापार में लाभ होता है, कामेछा में वृद्धि होती है।
लखनऊ। भौतिक वस्तुओं पर अपना कब्जा जमाने वाले शुक्र का वैभव पूरी दुनिया पर कायम है। शुक्र के बगैर न तो सुख मिलता और न ही सुख व समृद्धि। अगर भौतिक सुख का आन्नद लेना है, प्रेम में सफलता पाना है, जिन्दगी ऐशो आराम से व्यतीत करनी है तो शुक्र के रत्न हीरे को अवश्य धारण करना होगा।
पोखराज किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं?
हीरा धारण करने के लाभ
- इसे पहनने से आयु वृद्धि होती है, स्वास्थ्य में लाभ मिलता है, व्यापार में लाभ होता है, कामेछा में वृद्धि होती है। भौतिक संसाधनों में वृद्धि होती है।
- जो लोग नींद में चलते है या किसी बाहरी शक्तियों के कारण भयाग्रस्त रहते है, उन्हें हीरा धारण करने बहुत लाभ होता है।
- प्रेम के मामलों में सफलता पाने के लिए हीरा पहनना फायदेमन्द साबित होता है।
- जो लोग प्रेम करते है किन्तु अपने मन की बात कह नहीं पाते है, उन्हें हीरा धारण करने से अपने दिल की बात कहने का साहस आ जाता है।
- अगर किसी परिवार में पति-पत्नी के बीच तनाव का माहौल बना रहता है, उन्हें हीरा पहनने से घर में शान्ति बनी रहती है।
- कन्या, तुला व कुम्भ राशि वालों लोगों को हीरा पहनने से विशेष लाभ मिलता है।
- जो जातक व्यापार, फिल्म उद्योग, संगीत, गायन या कला क्षेत्र से जुड़े लोगों को हीरा पहनने से उनके जीवन में प्रगति के मार्ग प्रशस्त होते है।
- लड़को के विवाह में अगर बाधा आ रही है तो हीरा या ओपल धारण करने से विवाह में आ रही बाधा दूर होती है।
- जिन लोगों को शुगर से सम्बन्धित रोग है, उन्हें हीरा धारण करने से रोग नियन्त्रित होता है।
- महिलाओं को अगर किसी भी प्रकार स्त्री रोग है तो उन्हें हीरा या ओपल पहनने से रोग में लाभ मिलता है।
- यदि किसी को मूत्र रोग, किडनी रोग आदि है तो उन लोगों को हीरा पहनने से रोग में विशेष लाभ मिलता है।
- जिन पुरूषों कोई गुप्त रोग है या फिर शुक्राणु कम बनते है तो उन्हें हीरा या ओपल अवश्य धारण करना चाहिए।
- जिन लोगों को मेष, सिंह, वृश्चिक, धनु व मीन लग्न है, उन्हें हीरा नहीं पहनना चाहिए।
- जो लोग अध्यातमिक पेशे से जुड़े है, जैसे-ज्योतिष, कर्मकाणड, कथावाचक, धर्मप्रवचक आदि लोगों को हीरा नहीं धारण करना चाहिए।
- ऐसे लोग जिनकी कुण्डली में शुक्र अधिक पीडि़त है या पापी भावों में बैठा है, वे लोग भी हीरा न धारण करें अन्यथा हानि होगी।
- किन रत्नों के साथ हीरा नहीं धारण करना चाहिए-
- हीरा के साथ पुखराज, लहसुनिया व पन्ना नहीं पहनना चाहिए अन्यथा नुकसान होता है।
फिल्म उद्योग, संगीत, गायन या कला क्षेत्र
स्वास्थ्य संबन्धी लाभ
हीरा किसे नहीं पहनना चाहिए
हीरा
के
उपरत्न:
हीरे
की
कीमत
अधिक
होने
की
वजह
से
लोग
इसे
पहन
नहीं
पाते
है।
अगर
आपका
बजट
कम
है
तो
आप
हीरा
के
उपरत्न
जैसे-ओपल,
जरकन,
कुरंगी,
फिरोजा
आदि
पहन
सकते
है।
हीरा
किसे
नहीं
पहनना
चाहिए
हीरा धारण करने की विधि
गुरूवार के दिन प्रातःकाल स्नान-ध्यान करके पन्ने को गंगाजल में दूध मिलाकर डाल दें फिर दूसरे दिन शुक्रवार को स्नान-ध्यान करके ‘‘ऊॅ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः'' की कम से कम एक माला का जाप करने के बाद हीरा को तर्जनी उॅगुली में शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार को धारण करें। सूर्योदय से लेकर सबुह 10 बजे तक पोखराज धारण कर लें। गुरूवार, शुक्रवार और शनिवार को इन तीन दिन तक नानवेज एंव धूम्रपान कदापि न करंे अन्यथा पुखराज पहने से विशेष लाभ नहीं होगा।