यूपी विधानसभा चुनाव 2017: क्या रंग लाएगा सपा-कांग्रेस का दोस्ताना?
कांग्रेस और सपा का गठबन्धन यूपी चुनाव में कोई खास करिश्मा नहीं दिखा पायेगा। इस गठबन्धन का सबसे अधिक लाभ कांग्रेस को मिलने की उम्मीद है।
लखनऊ। राजनीति में न कोई किसी का शत्रु है और न मित्र। फायदे के लिए कब किसको मित्र बना लिया जाये और कब किसको दूध की मक्खी की तरह निकालकर किनारे कर दिया जाये, यह परिस्थितियों पर निर्भर है।
दुश्मन बने दोस्त, क्या रंग लाएगा दोस्ताना...
कभी पानी पी-पीकर सपा की साईकिल को पंचर करने की जुगत में रहने वाली कांगेस आज साईकिल की स्टेयरिंग अपने हाथों में थामकर एक ओर सपा को दोबारा सत्ता में आने का सपना दिखा रही है तो दूसरी ओर यूपी में अपने खोये हुये जनाधार को वापस लाने की फिराक में है।
चुनावी दंगल में अखिलेश और राहुल का साथ
इस चुनावी दंगल में अखिलेश और राहुल का साथ यूपी की जनता को कितना पसन्द ये तो 11 मार्च को ही पता चलेगा। फिर भी आइये जानते है कि अखिलेश-राहुल के साथ को ग्रह-नक्षत्र कितना पसन्द करते है।
अखिलेश यादव
15 मार्च 2012 को सुबह 11 बजकर 34 मिनट पर अखिलेश यादव ने मुख्यमन्त्री पद की सपथ ली थी। उस समय क्षितिज पर मिथुन लग्न उदित हो रही थी। मिथुन एक द्विस्वभाव लग्न है। जो आपके शासन में दुविधाजनक स्थितियों को दर्शाती है। वर्तमान में आपकी कुण्डली में केतु की दशा में बुध का अन्तर चल रहा है।
केतु और बुध दोनों ही नीच अवस्था में
केतु और बुध दोनों ही नीच अवस्था में है। केतु वृष राशि में होकर 12वें भाव में बैठा है एंव बुध लग्नेश व चतुर्थेश होकर दशम भाव में सूर्य के साथ वक्री होकर बैठा है। राहुल गॉधी की नाम राशि तुला है, जो आपकी कुण्डली में पंचम भाव में है। तुला का स्वामी शुक्र शत्रु है और शुक्र की दूसरी राशि में नीच का केतु बैठा है।
अखिलेश के लिए राहुल का साथ अच्छा नहीं
अतः अखिलेश के लिए राहुल का साथ अच्छा नहीं रहेगा। राहुल का साथ अखिलेश के व्यक्तित्व की छवि धूमिल कर सकता है। अखिलेश की चन्द्र राशि धनु पर शनि की साढ़े साती चल रही है। जो शुभ नहीं है।
राहुल गांधी
राहुल गॉधी का जन्म 18 जून सन् 1970 को रात्रि 9 बजकर 52 मि0 पर हुआ था। आपकी कुण्डली में वर्तमान में चन्द्रमा की महादशा में गुरू का अन्तर चल रहा है। राहुल की पत्री में चन्द्रमा नीच का है एंव गुरू सम है। चन्द्रमा सप्तमेश होकर लाभ भाव में बैठा है एंव गुरू तृतीयेश व द्वादशेश होकर दशम भाव में स्थिति है। सपा की नाम राशि कुम्भ है, जिसका स्वामी शनि राहुल कुण्डली में नीच का होकर चौथे भाव में बैठा है।
निष्कर्ष
कांग्रेस और सपा का गठबन्धन यूपी चुनाव में कोई खास करिश्मा नहीं दिखा पायेगा। इस गठबन्ध का सबसे अधिक लाभ कांग्रेस को मिलने की उम्मीद है। कांग्रेस के यूपी में खोये हुये जनाधार में जान वापस आ सकती है। अखिलेश को इस गठबन्धन से कोई लाभ मिलने वाला नहीं है। उल्टा अखिलेश की छवि धूमिल होने के ही संकेत है। विधानसभा चुनाव में इस गठबन्धन को 100 से 110 सीटें मिलने की उम्मीद नजर आ रही है।