राशि के अनुसार मंत्र से करें नवरात्रि में देवी साधना
पं. सोमेश्वर जोशी
आठ साल चित्र एवं वैधृति योग में 13 अक्टूबर से प्रारम्भ होने वाली शारदीय नवरात्रि में व्यक्ति अगर अपनी राशि के अनुसार मंत्र जाप करे तो निसंदेह शीघ्र सफलता मिलेगी। मंत्र पाठ से व्यक्ति कई प्रकार के संकट से मुक्त रहता है। आर्थिक रूप से संपन्न हो जाता है।
नवरात्रि 2015 विशेष- जानिए घटस्थापना के मुहूर्त
इन मंत्रों का कोई विशेष विधान नहीं है लेकिन सामान्य सहज भाव से स्नान के पश्चात अपने पूजा घर या घर में शुद्ध स्थान का चयन कर प्रतिदिन धूप-दीप के पश्चात ऊन या कुशासन पर बैठें एवं अपनी शक्ति अनुरूप एक, तीन या पांच माला का जाप करें। निश्चित ही इसका प्रभाव होगा, जिससे धन, यश और समृद्धि की वृद्धि होगी।
किसी भी कार्य के लिये घर से निकलने से पूर्व, अपनी राशि के अनुसार मंत्र का २१-बार जप करने के बाद ही घर से निकलें। मंत्र के प्रभाव से कार्य में आने वाली बाधाएं समाप्त होंगी तथा सफलता के योग बनेंगे। साथ ही जो लोग आपकी राह में बाधा उत्पन्न करते हैं वह भी कमजोर हो जाते हैं। प्रस्तुत है आपकी राशि के अनुसार अचूक दिव्य मंत्र-
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मेष
--चू
चे
चो
ला
ली
लू
ले
लो
अ.....ॐ
ऐं
क्लीं
सो:
-
वृषभ
--इ
उ
ए
ओ
वा
वी
वू
वे
वो......ॐ
ऐं
क्लीं
श्रीं
-
मिथुन
--का
की
कू
घ
ङ
छ
के
को.....ॐ
ओम
क्लीं
ऐं
सो:
-
कर्क
--ही
हू
हे
हो
डा
डी
डू
डे
डो......ॐ
ऐं
क्लीं
श्रीं
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सिंह
--मा
मी
मू
मे
मो
टा
टी
टू
टे.......ॐ
ह्रीं
श्रीं
सो:
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कन्या
--टो
पा
पी
पू
ष
ण
ठ
पे
पो.......ॐ
क्लीं
ऐं
सो:
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तुला
--रा
री
रू
रे
रो
ता
ती
तू
ते......ॐ
ऐं
क्लीं
श्रीं
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वृश्चिक
--तो
ना
नी
नू
ने
नो
या
यी
यू......ॐ
ऐं
क्लीं
सो:
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धनु
--ये
यो
भा
भी
भू
धा
फा
ढा
भे......ॐ
ह्रीं
क्लीं
सो:
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मकर
--भो
जा
जी
खी
खू
खे
खो
गा
ग......ॐ
ऐं
क्लीं
श्रीं
-
कुंभ
--गू
गे
गो
सा
सी
सू
से
सौ
दा.....ॐ
ऐं
क्लीं
श्रीं
- मीन --दी दू थ झ ञ दे दो चा ची......ॐ ह्रीं क्लीं सो: