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बुध की बदली चाल, जानिए क्या होगा आप पर असर?

By पं. अनुज के शुक्ल
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बुध मकर राशि में 01 जनवरी से गोचर कर रहा है, किन्तु 21 जनवरी से बुध वक्री हो रहा है। बुध वक्री होकर मकर राशि में 11 फरवरी तक इसी अवस्था में गोचर करता रहेगा। ग्रहो का वक्री होना इस बात की ओर इंगित करता है कि यदि कोई शुभ ग्रह नीच स्थान में होकर वक्री है तो चह उच्च का फल देगा और पाप स्थानों में बैठे छठें, आठवें व बारहवें भाव में शुभ ग्रह भी उच्च का फल देने लगते है। बुध का सीधा प्रभाव वाणी, शिक्षा, व्यापार, धन-दौलत, बहन-बुआ आदि से होता है।

Mercury : Effects And Remedies

आईये जानते है कि बुध के वक्री होने से विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा..

1.मेष- दशम भाव में वक्री बुध के रहने से कुछ लोगों अपने नौकरी को लेकर तनाव हो सकता है। पिता या बुर्जुग किसी से अनबन होने की आशंका है। किसी से किया गया वादा न पूरा होने के आसार है।

2.वृष- वक्री बुध के कारण आपका धार्मिक रीति-रिवाजों से मन खिन्न हो सकता है। आप मेहनत तो पूरी करेंगे किन्तु भाग्य आपका साथ नहीं देगा जिससे आपके कार्य बनते-2 रह जायेंगे। विदेश जाने के इच्छुक व्यक्तियों को बाधाओं का सामना कर पड़ सकता है।

3.मिथुन- अष्टम का व्रकी बुध आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी नहीं रहेगा। किसी भी निर्णय को लेने में हिचकिचायेंगे। वाणी में तीखापन आ सकता है जिससे आपसी रिश्तों में खटास पैदा हो सकती है। कुछ लोगों को कहीं से अचानक लाभ भी मिल सकता है।

4.कर्क- आपके सप्तम स्थान में वक्री बुध गोचर करेगा। इस स्थान वक्री बुध व्यापार के लिए अच्छा नहीं रहेगा। खासकर जो लोग साझे में व्यवसाय कर रहें है, उनके आपसी विश्वास में कमी आयेगी। नींद न आने की शिकायत रहेगी। जीवन साथी से मनमुटाव हो सकता है।

5.सिंह- बुध के वक्री होने से आपके विरोधी परास्त होंगे। स्वास्थ्य व धन से सम्बन्धित समस्यायें आपको परेशान करेंगी। कुछ पुराने सम्बन्धों में प्रगाढ़ता भी आ सकती है। परिवार में बेवजह किसी से कहा-सुनी हो सकती है। अतः अपने क्रोध पर नियन्त्रण रखें।

6.कन्या- लग्नेश व दशमेश होकर वक्री बुध पंचम भाव में गोचर कर रहा है। यह स्थिति प्रेमी वर्ग के लिए शुभ नहीं रहेगी। आपस में विश्वास की कमी बनी रहेगी। दिमाग में नकारात्मक विचार आयेंगी जिससे आप उदास रहेंगे। राजनीति से जुड़े लोगों के जनाधार में कमी आयेगी।

7.तुला- आपके चतुर्थ भाव में वक्री बुध भ्रमण करेगा। खर्चो मेें वृद्धि होगी जिससे आपका मासिक बजट गड़बड़ा सकता है। परिवार व आॅफिस मेें लोगों से आपके वैचारिक मतभेद बने रहने के आसार है। बुजुर्ग लोगों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है।

8.वृश्चिक- अष्टमेश एंव लाभेश होकर वक्री बुध आपके तृतीय भाव में गोचर करेगा। पराक्रम व साहस में कमी आयेगी। कुछ लोागें को कान से सम्बन्धित कोई रोग परेशान कर सकता है। लम्बे समय से बीमार व्यक्तियों को कुछ राहत मिल सकती है।

9.धनु- दूसरे भाव का वक्री बुध आपके आय में कमी करायेगा। स्वभाव में चिडि़चिड़ापन पैदा कर सकता है। अनावश्यक विवादों से बचकर निकलना ही उचित होगा। एलर्जी रोगियों को इस समय विशेष सावधान रहना होगा वरना रोग में वृद्धि होगी।

10.मकर- छठें और नौवें भाव का मालिक बुध वक्री होकर आपके प्रथम भाव में गोचर करेगा। जो बुध आपके लिए अभी तक शुभ था। वही वक्री बुध आपके लिए अशुभ फल देगा। कुछ लोगों को त्वचा सम्बन्धी रोग हो सकता है। अपने मान-सम्मान के प्रति बेहद सर्तक रहना होगा।

11.कुम्भ- 12वें भाव का वक्री बुध आपके लिए शुभ रहेगा। कार्य व व्यापार में प्रगति होगी। पुरानी समस्याओं का समाधान होगा। प्रेमी जनों के आपसी प्रेम सम्बन्धों में प्रगाढ़ता आयेगी। आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार होगा। कुछ लोगों को कर्ज लेना पड़ सकता है।

12. मीन- लाभ भाव का वक्री बुध होने के कारण कुछ गलत निर्णय आपका आर्थिक नुकसान करा सकते है। वाहन की मरम्मत में धन का व्यय हो सकता है। घरेलू परिस्थितियों के कारण जीवन साथी से मनमुटाव हो सकता है। मित्रों से खटपट होने के आसार भी है।

English summary
Mercury in 1st house makes the native kind, humorous and diplomatic with administrative skill. its Effects on human.
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