नवरात्र के पहले दिन 21 मार्च को दिन-रात बराबर
ज्योतिषाचार्य पंडित सुखनंदन शास्त्री के अनुसार, इस बार नवरात्र स्थापना के दिन 21 मार्च को दिन-रात बराबर होंगे। सूर्योदय सुबह 6 होगा और सूर्यास्त शाम 6 बजे ही होगा। यानी दिन रात की अवधि 12-12 घंटे की होगी। ऐसी स्थिति कई वर्षों बाद होगी।
देवी पुराण में घटस्थापना के लिए प्रात: काल ही श्रेष्ठ बताया गया है। इसलिए सुबह द्विस्वभाव लग्न में घट स्थापना करनी चाहिए। 21 मार्च को सूर्योदय प्रात 6 बजे होगा और द्विस्वभाव मीन लग्न प्रात: 7.04 बजे तक रहेगा। इसलिए 8.40 बजे से 9 बजे तक घट स्थापना करना श्रेष्ठ रहेगा।
नवरात्र के आठ में से छह दिन रहने वाले सुयोग में कोई भी शुभकार्य शुरू करना और वाहन, स्वर्ण आभूषण, प्रॉपर्टी का लेन-देन करना श्रेष्ठ रहेगा। इस समय के दौरान की गई खरीदारी घर में समृद्धि लाने वाली होगी।
22 मार्च : सर्वार्थसिद्धियोग
23 मार्च : रवियोग
24 मार्च : सर्वार्थसिद्धियोग,
25 मार्च : सर्वार्थसिद्धियोग, कुमार योग, व राजयोग
27 मार्च : रवियोग, सर्वार्थसिद्धि योग
28 मार्च : रवियोग
29 मार्च : रविपुष्य योग, रवि योग व सर्वार्थसिद्धि योग