बिहार चुनाव- जानिए नीतीश कुमार के लिये क्या है ज्योतिष की भविष्यवाणी?
[पं. अनुज कुमार शुक्ल] बिहार का महासंग्राम शुरू हो चुका है। सभी पार्टियों ने अपने-अपने योद्धाओं को चुनावी रण क्षेत्र में उतार दिया है। इन राजनैतिक योद्धाओं ने अपने-अपने प्रतिद्वंदियों को पटकनी देने के लिए के दांव पर दांव लगाना प्रारम्भ कर दिया। किसका दांव किस पर भारी पड़ेगा ये भविष्य के गर्भ में छिपा है। फिर भी आइये ज्योतिष के विश्लेषण के आधार पर जानने की कोशिश करते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में किस पार्टी का होगा राज?
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243 सीटों वाले बिहार विधानसभा चुनाव में वैसे तो अनेक पार्टियां मैदान में हैं, लेकिन सत्ता का असली मुकाबला महागंठबन्धन और एनडीए में बीच में है।
एनडीए
एनडीए में भाजपा, लोक जन शक्ति पार्टी, हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी शामिल है। एनडीए का पूरा दरोमदार भाजपा पर टिका है और अन्य दल सहयोगी की भूमिका में है। इस गठबंधन ने बिहार विधान सभा चुनाव में पहले से किसी को मुख्यमंत्री का दावेदार घोषित नहीं किया है। पीएम नरेन्द्र मोदी की ईमानदार व विकास पुरूष वाली छवि के सहारे पूरा चुनाव लड़ा जा रहा है। ऐसे में मोदी की कुण्डली पर ही एक नजर डालना मुनासिब रहेगा।
मोदी का जन्म 17 सितम्बर सन् 1950 को सुबह 11 बजे गुजरात में हुआ थ। वर्तमान में मोदी की कुण्डली में चन्द्रमा की महादशा में गुरू का अन्तर और चन्द्रमा का ही प्रत्यन्तर प्रारम्भ हो चुका है। चन्द्र आपकी पत्री में भाग्येश होकर लग्न में अपनी नीच राशि वृश्चिक में बैठा है।
चन्द्रमा की यह स्थिति अच्छी मानी जाती है। गुरू द्वतीयेश और पंचमेश होकर चतुर्थ भाव में बैठा है। चतुर्थ स्थान विपक्ष का संकेतक भाव होता है। इस भाव में बृहस्पति कब्जा जमाये हुये है। गुरू जिस भाव में बैठता है, उसकी हानि करता है। वर्तमान में एनडीए सरकार का विपक्ष है, इसलिए गुरू एनडीए को हानि पहुॅचायेगा। दूसरा पहलू बिहार की नाम राशि वृष है, जो मोदी की कुण्डली में सप्तम स्थान में पड़ी है। सप्तम भाव को मारकेश कहा जाता है। मोदी का चन्द्रमा शुभ है, जिस कारण बीजेपी बिहार में पहले की अपेक्षा अधिक मजबूत होगी किन्तु एनडीए को सत्ता का सुख मिल पाना मुश्किल नजर आ रहा है।
महागठबंधन
महागठबंधन में तीन पार्टियां है जनता दल यूनाइटेड, आरजेडी और कांग्रेस। इसमें भी सबसे अहम रोल जदयू का है। इस महागठबंधन ने बिहार के पूर्व सीएम नितीश कुमार को अपना नेता माना है और नितीश को ही बिहार के अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश करके चुनाव लड़ रहा है।
बिहार के पूर्व सीएम नितीश कुमार का जन्म 1 मार्च सन् 1951 को अपरान्ह 1 बजकर 20 मि0 पर बिहार में हुआ था। वर्तमान में नितीश की कुण्डली में राहु की दशा में गुरु का अन्तर और शुक्र का प्रत्यन्तर चल रहा है। राहु अपनी स्वराशि का होकर भाग्य भाव में सूर्य, गुरु व बुध के साथ संग्रस्थ है। राहु की यह स्थिति योग कारक मानी जायेगी। गुरू दशमेश व सप्तमेश होकर नवम भाव में स्थित है। शुक्र पंचमेश व द्वादशेश होकर राज्य के संकेतक भाव दशम में अपनी उच्च राशि मीन में बैठा है। पंचम भाव जनता का कारक है और शुक्र आपकी कुण्डली में युवा अवस्था में है एंव शुक्र स्त्री ग्रह भी है इसलिए राज्य के युवाओं व महिलाओं का आपको काफी सपोर्ट मिलेगा।
लालू यादव आपके प्रमुख सहयोगी है, इसलिए उनकी कुण्डली पर भी एक नजर डालना जरूरी है। लालू का जन्म 11 जून सन् 1947 में दोपहर 12 बजे गोपालगंज में हुआ था। आपकी कुण्डली में वर्तमान में शुक्र की महादशा में राहु का अन्तर एंव राहु का ही प्रत्यन्तर चल रहा है। शुक्र तृतीयेश व दशमेश होकर दशम भाव में ही सूर्य व राहु के साथ बैठकर राजयोग का निर्माण कर रहा है। संयोग की बात है कि नितीश की कुण्डली में राहु की दशा में शुक्र का प्रत्यन्त चल रहा है और लालू की पत्री में शुक्र की दशा में राहु का अन्तर चल रहा है। यह एक बेहतरीन सहयोगी योग बन रहा है।
निष्कर्ष
एनडीए और महागठबंधन का ज्योतिषीय आंकलन करने पर निष्कर्ष यह निकलता है कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए पर महागठबंधन का पलरा भारी नजर आ रहा है। ग्रहों की दशाओं और तथ्यों के आधार पर कहा जा सकता है कि नितीश कुमार को एक बार पुन: बिहार की जनता की सेवा करने का अवसर मिलेगा।