वर्ष 2015 में कैसा रहेगा भारत का मानसून?
तेज गर्मी के बीच लू-लपट का दौर जारी है। जून की 10 से 15 तारीख के बीच मॉनसून देश में दस्तक दे देगा। पहली दस्तक केरल में होगी और फिर दक्षिण, पश्चिम के रास्ते हुए उत्तर भारत तक मॉनसून पहुंचेगा। इन सबके बीच ज्योतिष विद्या क्या भविष्यवाणी कर रही है, चलिये हम आपको बताते हैं।
कैसे होती है मॉनसून की भविष्यवाणी
सूर्य के आद्रा नक्षत्र के बीच पारगमन को केंद्र में रखते हुए मानसून तथा बारिश के बारे में भविष्यवाणी की जाती है। इस समय कि आद्रा प्रवेश कुंडली भारतीय मानसून के संदर्भ में स्पष्ट एवं ठोस संकेत नहीं दे रही है।
इस वर्ष 2015 के मर्इ महीने के अंत में वातावरण में असामान्य एवं अप्रत्याशित मामूली बदलाव की संभावना है। यह बदलाव कुछ सामान्य से अलग हो सकता है, किंतु मानसून तथा मौसम को तय करेगा। और इस लिहाज से भारत में इस वर्ष मानसून सामान्य रहेगा। यदि मौसम में असामान्य परिस्थितियां देखने को मिलती हैं तो असामान्य मानसून पैटर्न से इंकार नहीं किया जा सकता।
मुश्किल भरा जून का महीना
भारतीय मौसम के संदर्भ में जून का महीना काफी मुश्किल भरा रहने वाला है। इस वर्ष भारत के कुछ राज्यों या स्थानों पर समय से पहले मानसून दस्तक दे सकता है।
दक्षिण भारत के साथ साथ भारत के अन्य हिस्सों में भी मानसून की हलचल देखने को मिलेगी क्योंकि उस समय गुरू एवं शनि अजीब परिस्थितियों में पारगमन करेंगे। सूर्य एवं मंगल की युति बहुत तेज गर्मी तथा उच्च स्तरीय नमी का संकेत दे रही है।
इस वर्ष जून एवं जुलार्इ 2015 के दौरान तेज हवाओं एवं आंधियों में हलकी बारिश या बूंदाबांदी से मौसम में सुधार की उम्मीद कर सकते हैं।
इस
समय
एक
अन्य
ग्रहीय
समीकरण
भी
दृष्टि
गोचर
गोहा
की
अशुभ
ग्रह
राहु
एवं
केतु
क्रमशः
भूमि
एवं
जल
तत्व
की
राशि
के
बीच
से
भ्रमण
करेंगे।
आने
वाले
कुछ
महीनों
में
दोनों
ग्रह
सूर्य
एवं
मंगल
की
केंद्रीय
दृष्टि
प्रभाव
अधीन
होंगे,
जो
कि
बहुत
अशुभ
संकेत
है।
इस
ग्रहीय
गतिविधि
के
के
कारण
मध्य
जून
से
लेकर
मध्य
जुलार्इ
तक
वातावरण
में
अप्रत्याशित
बदलाव
देखने
को
मिल
सकते
हैं।
कुछ भागों में नहीं होगी बारिश
इसके अलावा ध्यान देने योग्य बात यह है कि प्राकृतिक अशुभ ग्रह शनि आने वाले समय में अनुराधा नक्षत्र के बीच से गुजरेगा, जो जलतत्व राशि वृश्चिक में असंतुलन का कारण बनेगा। इस परिदृश्य में हम कह सकते हैं कि भारत के कुछ भागों में न मानसून होगा एवं न बारिश होगी।