सूर्य एवं चंद्र ग्रहण दोनों लगेंगे सितम्बर में, जानें पूर्ण विवरण
नयी दिल्ली। सितंबर महीने में एक नहीं बल्कि दो-दो ग्रहण लगने वाले हैं। पहला ग्रहण 13 सितंबर को लगने वाला है। भ्रादपद आमवस्या के दिन रविवार को ये खंगड्रह सूर्यग्रहण लगने वाला है, लेकिन भारत में रहने वालों के लिए राहत की खबर ये है कि इसका असर यहां नहीं पड़ेगा। यानी खंड ग्रांस सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
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वहीं दूसरा ग्रहण चंद्र ग्रहण होगा जो कि 28 सितंबर को लगेगा। इस ग्रहण को भारत के कुछ हिस्सों में देखा जा सकता है। खासकर पश्चिमी हिस्से में। ज्योतिष गणनाओं की माने तो ग्रहण का असर हमारे जीवन पर, हमारी राशियों पर होता है। ऐसे में आपको बताएं कि इन दोनों ग्रहणों का आपके जीवन पर क्या असर होने वाला है और किन हिस्सों में इन ग्रहणों को देखा जा सकते हैं।
कहां-कहां देखे जाएंगे ग्रहण
13 सितंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण को दक्षिण ध्रुव, मेडागास्कर, जिम्बाब्वे, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, बोत्सवाना और हिंद महासागर क्षेत्रों में देखा जा सकता है। वहीं 28 सितंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण को देश के पश्चिमी हिस्से के अलावा गुजरात और राजस्थान में देखा जा सकता है। इसके अलावा इसे यूरोप, अमेरिका में भी देखा जाएगा।
13 सितंबर के ग्रहण का समय एवं प्रभाव
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ग्रहण
आरंभ-प्रात:-
10:12
बजे
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ग्रहण
मध्य-दोपहर
-
12:24
बजे
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ग्रहण
मोक्ष-दोपहर-
03:36
बजे
- ग्रहण का सूतक- सूर्योदय से लेकर ग्रहण मोक्ष तक।
यह ग्रहण वृष, मिथुन, तुला एवं मकर, राशि के लिए उत्तम तथा कर्क, कन्या, वृश्चिक व कुंभ वालों के लिए मध्यम रहेगा। मेष, सिंह,धनु एवं मीन राशि के लिए बहुत अच्छा नहीं रहेगा।
28 सितम्बर के चंद्र ग्रहण का समय एवं प्रभाव
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चांद्र
मालिन्य
प्रारंभ-
प्रात:
05:40
बजे
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ग्रहण
आरंभ-
प्रात:
06:37
बजे
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खग्रास
आरंभ-
प्रात:
07:41
बजे
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ग्रहण
मध्य-
प्रात:
08:17
बजे
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खग्रास
समाप्त-
प्रात:
08:54
बजे
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ग्रहण
मोक्ष
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09:57
बजे
- चांद्र मालिन्य समाप्त-10:54 बजे
28 सितंबर को लगने वाला ग्रहण ये ग्रहण चंद्रपक्ष के शुक्लपक्ष में सोमवार के दिन लगेगा। ग्रहण का सूतक- 27 सितंबर को सूर्यास्त से लेकर 28 सितंबर को ग्रहण समाप्ति तक रहेगा। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव 6 जकर 37 मिनट से 9 बज कर 57 मिनट तक रहेगा। ग्रहण के दौरान वत्र, दान, स्नान का खास महत्व है।
इस ग्रहण का हर राशी पर अलग-अलग असर पड़ेने वाला है। ज्योतिष के मुताबिक ग्रहण के दौरन मेष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, कुम्भ एवं मीन राशि वाले जातक सावधान रहें। ये ग्रहण मीन राशि और उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में लगेगा। ऐसे में इस राशि और नक्षत्र वालों के अलावा गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए।
ग्रहण के वक्त क्या करें क्या न करें
ग्रहण के दौरान यथाशक्ति जाप , पाठ और दान इसके अशुभ प्रभाव क्षीण कर देता है। इस ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खास ख्याल रखना चाहिए। कोई भी नुकीली चीजें नहीं छुनी चाहिए। भगवान का ध्यान करना उत्तम माना जाता है। ‘ओम् नमो भगवते वासुदेवाय' का मंत्र जाप करें। ग्रहण समाप्ति पर दान करना चाहिए। और जानकारी के लिये इसी पर क्लिक कर सकते हैं।