अक्षय तृतीय पर सोना, चांदी खरीदने के शुभ मुहूर्त
[पं. अनुज के शुक्ल] धर्म एक संवेदनशील समाज और सभ्यता के निर्माण की अहम कड़ी है। धर्म जनमानस के कल्याण हेतु एक ऐसा विधान है, जो मनुष्य को कर्तव्य के लिए कर्तव्य और संवेदनशीलता के बन्धन में बाॅधे रहता है। मनुष्य का वास्तविक धर्म है मानवता की सेवा करना। सेवा भाव तभी आते है, जब व्यक्ति का जीवन संयमित एंव अनुशासित रहता है।
हमें एक ऐसे संवेदनशील समाज का निर्माण करने आवश्यकता है जिसमें गरीब, असहाय, कमजोर, वृद्ध, अपंग व विकलांग आदि लोगों को भी अहमियत और सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए। आइये इस गर्मियों में संकल्प लें कि जल का दान करके प्यासे राहगीरों की प्यास बुझायेंगे। यही अक्षय पुण्य है, क्योंकि कभी प्यासे को पानी पिलाया नहीं तो गंगा नहाने से क्या फायदा?
अक्षय तृतीया का शाब्दिक अर्थ है कि जिस तिथि का कभी क्षय न हो अथवा कभी नाश न हो, जो अविनाशी हो। भविष्य पुराण के अनुसार इस तिथि की युगादि तिथियों में गणना होती है, ऐसी मान्यता है कि इसी तिथि से सतयुग और ते्रतायुग का प्रारम्भ हुआ था। इस तिथि को अगर कृतिका या रोहिणी नक्षत्र हो और बुधवार या सोमवार दिन हो तो प्रशस्त माना गया है। कोई भी शुभ कार्य करने के लिए पवित्र मानी जाने वाली अक्षय तृतीया पर्व हिन्दू श्रद्धालू उपवास और दान आदि कर्म फल को अक्षय मानते है। इस बार 21 अप्रैल दिन मंगलवार को कृतिका नक्षत्र में एंव सौभाग्य योग में अक्षय तृतीया पड़ रही है।
अक्षय तृतीया को पड़ने वाले अद्धभुत योग-
सुबह
6:15
बजे
से
सुबह
11:57
बजे
तक
सर्वार्थसिद्धि
योग।
सुबह
11:58
बजे
से
सूर्यास्त
तक
रवि
योग
बना
रहा
है।
दोपहर
में
मंगलादित्य
एंव
बुधादित्य
योग
का
महायोग
बन
रहा
है।
इस प्रकार के अद्धभुत महायोग वर्षा बाद पड़ रहे है। इस शुभ अवसर पर गृह प्रवेश, गृह निर्माण, उपनयन संस्कार, नवीन वस्तुओं सोने, पीतल व चाॅदी आदि की खरीद्दारी की जा सकती है। साथ में वाहन, भूमि या अन्य कोई भी प्रापर्टी खरीदना अति शुभ रहता है। आज के दिन किया गया दान, पुण्य हजार गुना ज्यादा फल प्रदान करता है।
ज्योतिष गणित के अनुसार इस बार अक्षय तृतीया पर 11 वर्ष बाद महामंगल योग बन रहा है। उच्च का सूर्य मेष राशि में, उच्च का चन्द्रमा वृष राशि में देवताओं के गुरू बृहस्पति अपनी उच्च राशि कर्क में गोचर कर रहें है। 21 अप्रैल को मध्यान्ह 11:57 मि0 तक कृतिका नक्षत्र है तत्पश्चात चन्द्रमा का नक्षत्र रोहिणी रहेगा। चन्द्र का रोहिण नक्षत्र और चन्द्र का अपनी उच्च राशि वृष में गोचर करना। ये दोनो स्थितियाॅ कार्यो में सफलता देने के लिए अत्यन्त शुभ मानी जाती है।
स्लाइडर में देखें शुभ मुहूर्त
खरीद्दारी के शुभ मुहूर्त
सुबह
9:10
बजे
से
10:40
बजे
तक।
सुबह
10:35
बजे
से
दोपहर
1:33
बजे
तक।
रात्रि
8:17
बजे
से
9:46
बजे
तक।
22 अप्रैल को शुभ मुहूर्त
22 अप्रैल दिन बुधवार को सुबह 6:06 मि0 से पूरे दिनइ तक सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा।
24 अप्रैल को शुभ मुहूर्त
24 अप्रैल दिन शुक्रवार को मध्यान्ह 12:06 बजे से सूर्यास्त तक सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा।
26 अप्रैल को शुभ मुहूर्त
26 अप्रैल दिन रविवार को सुबह 6:03 मि0 से रवि पुष्य योग सांय 6:05 मि0 तक रहेगा।
किस योग में सोना खरीदना चाहिए?
अमृत सिद्धि योग में सोने, चाॅदी व पीतल के आभूषण खरीदना शुभ होता है।
अन्य वस्तुओं के लिये शुभ समय
सर्वार्थसिद्धि योग में वाहन, टीवी, फ्रिज, एसी, कूलर आदि इलेक्ट्रानिक समानों की खरीद्दारी करना लाभप्रद होता है।
बर्तन, आभूषण खरीदने के योग
रविपुष्य योग में बर्तन, आभूषण एवं भवन व भूमि की खरीद्ना अत्यन्त शुभ होता है।