कष्ट दूर करने के लिये क्या करें इस जन्माष्टमी पर?
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आप विशेष पूजन कर अपने जीवन से कष्टों को दूर कर सकते हैं। धन रुक नहीं रहा है, नौकरी में कुछ अच्छा नहीं चल रहा है, रोग से ग्रसित हैं, आदि कष्टों के निवारण के लिये आप भगवान श्रीकृष्ण का कैसे पूजन करें, हम आपको यहां बतायेंगे।
सबसे पहले व्रत का नियम
प्रातःकाल उठकर स्नानादि नित्यकर्म से निवृत होकर व्रत का निम्न संकल्प करें।
ऊॅ
विष्णु,
अदेत्यादि
क्रोधी
नामक
संवत्सरे
सूर्य
दक्षिणायने
वर्षतौ
भाद्रपदमासे
कृष्ण
पक्षे
श्री
कृष्णजन्माष्टम्या
तिथौ
आमुकवासरे
आमुकनामांह
मम
चतुवर्गसिद्धिद्वारा
श्री
कृष्णदेवप्रीतये
जन्माष्टमी
व्रतांगत्वेन
श्री
कृष्णदेवस्य
यथमिलितोपचारैः
पूजन
करिस्ये।
इसके पश्चात केले के खम्भे, आम अथवा अशोक के पत्तों आदि से घर का द्वार सजायें तथा दरवाजे के मुख्य द्वार पर मंगल कलश भी स्थापित करें। रात्रि में भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति का विधिपूर्वक पंचामृत से स्नान कराकर, षोडशपचार से विष्णु भगवान करते समय इस मन्त्र का जाप करें। ऊॅ नमो भगवते वासुदेवाय नमः।
जन्मोत्सव के पश्चात कर्पूरादि प्रज्जवलित कर भगवान की आरती करें व प्रसाद का वितरण करें। अलग-अलग प्रकार के कष्टों के हिसाब से पूजन विधि पढ़ें स्लाइडर में।
आर्थिक समस्या दूर करने के लिये
जिन लोगों के पास धन रूकता नहीं या फिर आर्थिक समस्या बनी रहती है। वे जन्मअष्टमी की रात्रि 12 बजे एकान्त में लाल वस्त्र पहनकर बैठे। अपने समक्ष 10 लक्ष्मी कारक कौड़ियों को रखकर तेल का दीपक जलायें। प्रत्येक कौड़ी को सिन्दूर में रंगकर रख लें। तत्पश्चात हकीक की माला से निम्न मन्त्र 'ऊॅ ह्रीं श्रीं श्रियै फट' की 5 माला का जाप करें। जप पूर्ण करने के बाद पूजन में रखी कौड़ियों को धन रखने के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से धन रूकने लगता एंव आर्थिक स्थिति में मजबूती आती है।
अगर रुक नहीं रहा है धन
अगर धन रुक नहीं रहा है तो श्री कृष्ण का पूजन करते समय पूजन स्थान पर कुछ मुद्रायें रखें। पूजन करने के बाद वे मुद्रायें अपने पर्स में रख लें। ऐसा करने से पर्स कभी खाली नहीं रहती है।
सुख-समृद्धि बनाये रखने के लिये
जन्म अष्टमी के दिन सायं काल तुलसी पौधे के नीचे घी का दीपक जलाकर निम्न मन्त्र '' ऊॅ वासुदेवाय नमः '' की 2 माला का जाप करें। इस उपाय को करने से श्री कृष्ण की असीम कृपा बनी रहती है और घर में सुख व समृद्धि बनी रहती है।
धन की प्राप्ति के लिये
जन्म अष्टमी की रात्रि 12 बजे श्री कृष्ण का दूध से अभिषेक करने से घर में धन वैभव बना रहता है।
मां लक्ष्मी की कृपा बनाये रखने के लिये
आज के दिन पीला अनाज दान करने से पूरे वर्ष मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
घर में कलह दूर करने के लिये
जन्म अष्टमी के दिन 'क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि परमात्मने प्रणतः क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नमः' इस मन्त्र का किसी मन्दिर में तुलसी की माला से जाप करने से घर में हर प्रकार सुख व शान्ति बनी रहेगी।
रोग नाश करने के लिये
दक्षिणावर्ती शंख से श्री कृष्ण जी का अभिषेक करने से घर में रोग का नाश होता है तथा लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है।
यह प्रार्थना करना मत भूलें
इस जन्माष्टमी प्रार्थना कीजिये भगवान से कि पूरे विश्वकी बेटियां सुरक्षित रहें, स्वस्थ्य रहें।