बहादुर होते हैं भाग्यांक 9 वाले
भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।
उदाहरणः
माना
किसी
जातक
का
जन्म
26
नवम्बर
1980
को
है,
तो
उस
जातक
का
भाग्यांक
निम्नलिखित
तरीके
से
निकाला
जा
सकता
है।
जन्म
तारीख,
जन्म
मास
और
जन्म
वर्ष=
भाग्यांक
जन्म
तारीख,
26=2+6=8
जन्म
मास,
11=1+1=2
जन्म
वर्ष,
1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो
इस
प्रकार
इस
जातक
का
भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1
भाग्यांक
9-
भाग्यांक
नौ
वाले
जातकों
के
जीवन
का
प्रतिनिधित्व
मंगल
ग्रह
करता
है।
इन
व्यक्तियों
में
नेतृत्व
करने
का
तथा
संगठन
करने
का
विशेष
गुण
विद्यमान
होता
है।
ऐसे
व्यक्तियों
का
जन्म
साधारण
कुल
में
होते
हुए
भी
ऐ
लोग
अपनी
मेहनत
के
बल
पर
उच्च
मुकाम
हासिल
कर
लेते
है।
आप
कभी
आने
वाले
संकटो
से
घबराते
नहीं
ओर
साहस
से
कार्य
कर
उन
संकटो
को
दूर
कर
देते
है।
आपको क्रोध जल्दी आता है, इसलिए कई बार नुकसान भी उठाना पड़ जाता है। आप स्वतंत्र विचार के होंगे, इसलिए किसी के अधीन कार्य करना पसन्द नहीं करेंगे। आप वह कार्य करना पसन्द करेंगे जिसमें कठिनाईयां हो तथा कुछ अलग तरह के कार्य हो। आप देखने में तो कठोर होंगे परनतु अन्दर से उतने उदार भाव के होंगे। आप बहुत ही प्रतिभाशाली होंगे व आपके समक्ष कोई भी व्यक्ति बोलने का साहस नहीं करेगा, परन्तु पीठ पीछे लोग आपकी आलोचना करेंगे।
आपकी लेखन शैली सुन्दर होगी। आपके पास कुछ न हो परन्तु फिर भी आप शान-शौकत से ही रहना पसन्द करेंगे। आप इधर की बात उधर न करें और न ही ऐसे लोगों को अपने पास बैठायें।
कैरियर-
प्रशासनिक
सेवा,
बीटेक,
गुप्तचर
विभाग,
आर्मी,
आरकिटेक्ट,
भूगर्भ
विभाग,
फोटोग्राफी,
समाज
कल्याण,
भूमि
का
क्रय-विक्रय,
सचिवालय
विभाग
चिकित्सा
क्षेत्र,
आदि
से
सम्बन्धित
आप-अपना
कैरियर
निर्धारित
कर
सकते
है।
व्यवसाय-
सर्जरी
का
सामान,
कोर्ट-कचहरी,
ठेकेदारी,
मेडिकल
की
दुकान,
धर्म
उपदेशक,
औषधि
निर्माण
कारखाना,
आदि
से
सम्बन्धित
आप
व्यवसाय
करेंगे
तो
आपको
लाभ
मिलेगा।
भाग्यशाली
वर्ष-
9,
6,
3
और
5
इन
अंको
का
जब-जब
योग
आयेगा
या
फिर
ये
अंक
आमने-सामने
आयेंगे
तो
वह
वर्ष
आपके
लिए
लाभकारी
प्रतीत
होंगे।
जैसे-
18वां,
27वां,
30वां,
36वां,
45वां,
54वां,
59वां,
69वां,
ये
वर्ष
आपके
लिए
अनुकूल
रहेंगे।
अनुकूल
नगर-
उड़ीसा,
भुवनेश्वर,
चण्डीगढ़,
सिकन्दराबाद,
पुणे,
गोवा,
जयपुर,
अजमेर,
पिथौरागढ़
आदि
शहर
आपके
लाभकारी
प्रतीत
होंगे।
घर
का
मुख्यद्वार-
आप
यदि
अपने
घर
का
मुख्यद्वार
दक्षिण
या
फिर
दक्षिण-पश्चिम(नैऋत्य
कोण)
में
रखें
तो
आपके
परिवार
में
सुख
शान्ति
व
समृद्धि
बनी
रहेगी।