क्या आप जानते हैं आखिर महिलाएं क्यों नहीं फोड़ती हैं नारियल?
ऐसा माना जाता है कि नारियल एक फल नहीं है बल्कि बीज है। बीज से ही किसी बच्चे का जन्म होता है।
लखनऊ। हमारा देश परंपराओं और कहानियों का देश है। यहां कि हर परंपरा किसी ना किसी कहानी से जुड़ी हुई है। यहां कि कोई भी हिंदू पूजा बिना नारियल के पूरी नहीं होती है लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि नारियल को हमेशा पुरुष ही क्यों फोड़ते हैं?
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क्यों घर के बुजुर्ग या पंडित महिलाओं को नारियल फोड़ने से मना करते हैं। तो इसके पीछे भी एक मानक कहानी है जिसे हम आज आपको बताते हैं।
नारियल एक फल नहीं है बल्कि बीज है
दरअसल ऐसा माना जाता है कि नारियल एक फल नहीं है बल्कि बीज है। बीज से ही किसी बच्चे का जन्म होता है। महिलाएं भी शिशु को जन्म देती हैं, ऐसे में वो बीज को नुकसान कैसे पहुंचा सकती हैं इसलिए उन्हें नारियल फोड़ने से रोका जाता है।
भगवान विष्णु की ओर से भेजा गया फल
मान्यता ये भी है कि नारियल भगवान विष्णु की ओर से भेजा गया पृथ्वी पर पहला फल है और इस फल पर सिवाय लक्ष्मी जी को छोड़कर और किसी की हक नहीं इसलिए पराई स्त्रियों को नारियल फोड़ने से रोका जाता है
नारियल के वृक्ष को कल्पवृक्ष कहते है
नारियल के वृक्ष को कल्पवृक्ष कहते है, नारियल में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों ही देवताओं का वास माना गया है। ये भी एक कारण है महिलाओं को नारियल के दूर रखने का।
कोई भी हिंदू पूजा बिना नारियल के पूरी नहीं
हमारे यहां नारियल का बड़ा मान है। कोई भी हिंदू पूजा बिना नारियल के पूरी नहीं होती है, अगर दीवाली में नारियल मां लक्ष्मी का रूप है तो वहीं नवरात्रि में मां दुर्गा के रूप में अवतरित हो जाता है। इसलिए जिस घर में नारियल की पूजा और सेवन होता है उस घर में ना तो पैसे की कमी होती है और ना ही घर पर कोई बुरा साया दस्तक देता है।
स्वास्थ्य और सुंदरता
नारियल का सेवन स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छा है, कहते हैं इसे दिव्य वरदान प्राप्त है, जो हर तरह से जातक की मदद करता है। नारियल सुंदरता का भी श्रोत है, नारियल से आपके बाल काले-घने तो रहते हैं साथ ही आपकी स्कीन में चमक भी उत्पन्न होती है।