सूर्यग्रहण आज इसलिए बहुत जरूरी है आपको ये बात जानना
ग्रहण का असर राशियों पर होता है इसलिए पंडितों के मुताबिक जो लोग ग्रहण को मानते हैं उन्हें आज के दिन खास तौर पर पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
नई दिल्ली। आज साल 2017 का पहला सूर्यग्रहण है, ये एक आंशिक ग्रहण होगा जो कि भारत, दक्षिण / पश्चिम अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, अंटार्कटिका की ज्यादातर हिस्सों में दिखेगा।
26 फरवरी 2017 को पहला सूर्यग्रहण, जानिए किसके लिए है घातक?
ग्रहण का समय
- पूर्ण सूर्यग्रहण शुरू: 26 फरवरी, 18:45 pm IST
- अधिकतम ग्रहण : 26 फरवरी, 20:28 pm IST
- पूर्ण ग्रहण: 26 फरवरी, 22:01 pm IST
- ग्रहण अंत: 26 फरवरी, 23:05 pm IST
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ग्रहण का असर राशियों पर होता है
ग्रहण का असर राशियों पर होता है इसलिए पंडितों के मुताबिक जो लोग ग्रहण को मानते हैं उन्हें आज के दिन खास तौर पर पूजा-अर्चना करनी चाहिए और उसके बाद गरीबों को दान करना चाहिए, गाय को रोटी खिलानी चाहिए क्योंकि इससे उन्हें सुख और धन-लाभ होगा।
काशी और इलाहाबाद में गंगा स्नान
ऐसा करने से साल भर से आ रही सारी परेशानियों का अंत होता है। कई जगहों जैसे काशी और इलाहाबाद में लोग आज गंगा जी के किनारे हवन भी करते हैं ताकि पापों का विनाश हो और सुख-शांति घर आये। जो आज के दिन अपने ईष्ट देव को याद करता है, वो निरोगी और सुखी होता है।
सौरमंडल के केन्द्र में स्थित एक तारा
- सूर्य धरती पर ऊर्जा का श्रोत है
- सौरमंडल के केन्द्र में स्थित एक तारा ।
- इसी तारे के चारों ओर पृथ्वी चक्कर लगाती है।
- सूर्य का अर्थ होता है 'सर्व प्रेरक' अर्थात 'सर्व कल्याणकारी'।
- सूर्य हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा पिंड है और उसका व्यास लगभग 13 लाख 90 हजार किलोमीटर है।
- सूर्य की बाहरी सतह का निर्माण हाइड्रोजन, हिलियम,ऑक्सीजन, सिलिकन, सल्फर, मैग्निशियम, कार्बन, नियोन, कैल्सियम, क्रोमियम तत्वों से होता है।
- वैज्ञानिकों के मुताबिक सूरज आकाश गंगा के केन्द्र की 251 किलोमीटर प्रति सेकेंड से परिक्रमा करता है। इस परिक्रमा में 25 करोड़ वर्ष लगते हैं इस कारण इसे 'एक निहारिका वर्ष' भी कहते हैं।
सूर्य का अर्थ
'एक निहारिका वर्ष'