Must Read: पवनपुत्र हनुमान जी के बारे में अनकही और रोचक बातें
नई दिल्ली। आज जेठ महीने का बड़ा मंगल है, आज का दिन काफी पावन और शुभ माना जाता है। हनुमान जी शक्ति और बुद्धी के देवता कहे जाते हैं, किसी भी मुसीबत में लोग उन्हीं को याद करते हैं।
जानिए जेठ के मंगल की महिमा होगा मंगल ही मंगल
इसलिए आईये आपको बताते हैं पवनपुत्र हनुमान जी के बारे में कुछ रोचक और खास बातें..
1.हुनुमान जी को भगवान शिव का 11वां अवतार रूद्र माना जाता है जो कि अत्यंत बलवान और बुद्दिमान हैं।
2.लेकिन
कुछ
पौराणिक
कथाओं
में
हुनमान
जी
को
वानर
का
वंशज
कहा
गया
है
जिसके
कारण
ही
विराट
नगर
(राजस्थान)
के
वज्रांग
मन्दिर
में
उनके
वानर
रूप
की
पूजा
की
जाती
है।
3.परन्तु गोभक्त महात्मा रामचन्द्र वीर ने एक ऐसा मंदिर बनावाय जिसमें हनुमान जी की बिना बन्दर वाले मुख की मूर्ति स्थापित की है। रामचन्द्र वीर ने हनुमान जी जाति वानर बताई है, शरीर नहीं।
4.वीर के हिसाब से हुनुमान जी ने लंका-दहन करने के लिए वानर रूप धरा था।
5.कहा जाता है कि हनुमान जी को गुस्सा नहीं आता है इसलिए जो लोग बहुत ज्यादा गुस्सा करते हैं उन्हें हनुमान जी की उपासना करने को कहा जाता है।
6.मान्यता के अनुसार वीर हुनुमान का जन्म आज से 1 करोड़ 85 लाख 58 हजार 112 साल पहले चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्र नक्षत्र व मेष लग्न के योग में सुबह 6.03 बजे हुआ था।
7.हुनमान जी को बजरंग-बली इसलिए कहते हैं क्योंकि इनका शरीर एक वज्र की तरह मजबूत है।
8.धरती पर केवल 7 लोगों को अमरतत्व मिला हुआ है जिसमें से पवनपुत्र हनुमान जी एक हैं।
9.सूर्य को फल समझकर जब हनुमान जी खाने जा रहे थे तो इंद्र ने उन पर वज्र से पहाड़ किया जिसके कारण उनकी ठुड्डी यानी हनु टूट गई इस कारण ही उन्हें हनुमान कहा जाता है।
10. कुछ पुराणों में उल्लेख है कि भगवान हुनुमान जी आजीवन ब्रह्मचारी नहीं थे, उनकी पत्नी का नाम सुवरचला (Suvarchala) था जो कि सूर्य की पुत्री थी, क्योंकि सुवरचला ने योनी से जन्म नहीं लिया था इसलिए उनके स्वरूप का वर्णन कहीं नहीं मिलता।