क्विक अलर्ट के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
For Daily Alerts
Oneindia App Download

यहां सोलह श्रृंगार कर गोपी के वेश में रहते हैं शिव, कीजिए दर्शन

एक पौराणिक इतिहास के मुताबिक जब द्वापर में भगवान श्री कृष्ण ने गोपियों के साथ महारास किया था तो उसे देखने की देवताओं को इजाजत नहीं थी, इसीलिए भगवान भोलेनाथ ने ये रूप धारण किया था।

By Gaurav Dwivedi
Google Oneindia News

मथुरा। महाशिव रात्रि के मौके पर जहां देशभर के शिवालयों में शिव के भक्तों की भीड़ जमा हो रही है। वहीं विश्व के एक मात्र गोपेश्वर मंदिर में भगवान शिव खुद गोपी रूप में हैं। गोपी रूपधारी भगवान शंकर की शिवरात्रि के मौके पर हजारों भक्तों ने जल चढ़ाकर पूजा अर्चना की। नाक में नथ और पूरे सोलह सिगार देखकर आप भगवान शिव को शायद ही पहचान पाए हो!

<strong>Read more: इस शिव मंदिर पर हुई थी वो घटना जिसके बाद हुआ 1857 का संग्राम</strong>Read more: इस शिव मंदिर पर हुई थी वो घटना जिसके बाद हुआ 1857 का संग्राम

यहां सोलह श्रृंगारकर गोपी के वेश में रहते हैं शिव, कीजिए दर्शन

ये हैं गोपेश्वर महादेव और गोपी रूप में ही की जाती है इनकी पूजा। कहा जाता है कि यहां पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है वहीं सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। एक पौराणिक इतिहास के मुताबिक जब द्वापर में भगवान श्री कृष्ण ने गोपियों के साथ महारास किया था और इसे देखने जब 33 करोड़ देवता आए थे तो उस वक्त ये पता चला कि भगवन श्री राधा कृष्ण के महारास को केवल महिला ही देख सकती है। सभी देवता वापस लौट गए मगर भगवान शंकर नहीं लौटे। जब समझाने के बाद भी भोलेनाथ नहीं माने तो पार्वती ने उन्हें यमुना महारानी के पास भेज दिया जहां यमुना जी ने भोले भंडारी को गोपी का रूप धारण कराया था|

कीजिए दर्शन...

गोपी रूप धारणकर भगवान शंकर महारास करने लगे। जिन्हें भगवान कृष्ण ने पहचान लिया। महारास के बाद भगवान कृष्ण ने स्वम शंकर भगवान की पूजा की और राधा जी ने उन्हें वरदान दिया की आज से लोग यहां गोपी के रूप में तुम्हारी पूजा किया करेंगे। तब से लेकर आज तक यहां लोग शिव को गोपी के रूप में पूजते हैं और पूरे श्रृंगार का सामान भी इस मंदिर में चढ़ाया जाता है। मान्यताओं के अनुसार जो भी भक्त यहां आकर महाशिवरात्रि के अवसर पर गोपेश्वर महादेव की पूजा अर्चना करता है उनके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। इसी भाव से आज हजारों लोगों ने यहां आकर विधि विधान से गोपेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की। सुबह से ही यहां महिला पुरुष-भक्तों की लाइन लगी रही। मंदिर परिसर में बम-बम भोले के जयकारे सुनाई देते रहे। पूरा वातावरण शिवमय नजर आया।

<strong>Read more: मृत्यु के बाद मुक्ति के लिए यहां स्थापित होते हैं शिवलिंग, देखिए तस्वीरें</strong>Read more: मृत्यु के बाद मुक्ति के लिए यहां स्थापित होते हैं शिवलिंग, देखिए तस्वीरें

Comments
English summary
Lord Shiv 16 makeup Avtar in Gopeshwar Mahadev Temple Mathura Uttar Pradesh
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X