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आज है महानवमी...कीजिये सिद्धिदात्री का वंदन
आज महानवमी है, आज के दिन मां के सिद्धिरूप की पूजा होती है। मां दुर्गे के इसी रूप को शतावरी और नारायणी भी कहते हैं। दुर्गा के सभी प्रकारों की सिद्धियों को देने वाली मां की पूजा का आरंभ निम्न श्लोक से करना चाहिए।
या देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।
ये सभी प्रकार की सिद्धियों को देने वाली हैं। नवरात्र-पूजन के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है।
नवदुर्गाओं
में
माँ
सिद्धिदात्री
अंतिम
हैं।
सिद्धिदात्री
का
जो
मनुष्य
नियमपूर्वक
सेवन
करता
है।
उसके
सभी
कष्ट
स्वयं
ही
दूर
हो
जाते
हैं।
इससे
पीड़ित
व्यक्ति
को
सिद्धिदात्री
देवी
की
आराधना
करना
चाहिए।
अपनी
सारी
गलतियों
के
लिए
मां
से
सच्चे
दिल
क्षमा
मांगनी
चाहिए,मां
जरूर
माफ
कर
देती
हैं।
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Comments
English summary
Maa Siddhidhatri is 9th Form of maa Durga worshiped on 9th Navratri. Those who worship maa Siddhidhatri get eternal strength and be blessed by Devi Maa to be happy through out one’s life.
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