नेताओं की पोल खोली है, बुरा न मानो होली है
[हास्य कवि पंकज प्रसून] होली का हुल्लड़ है और चारों तरफ महफिलें सज रही हैं। होली पर गीत-संगीत, नाच गाना तो हमेशा से होता आया है, लेकिन उसके साथ जब हास्य व्यंग्य से भरी एक शाम नहीं हो, तब होली अधूरी समझिये। कहते हैं न रंगों का सुरूर चढ़ चुका है, बड़ों का आशीर्वाद मिल चुका है, कोई गर्लफ्रेंड को तो कोई बीवी को रंग लगाने की फिराक में है, कोई दारू की प्लानिंग कर रहा है, तो कोई रूठे दोस्त को मनाने की। कुछ भी कहिये हर तरफ प्यार की बारिश हो रही है।
राहुल गांधी परेशान हैं क्योंकि हथेली पर पीला रंग नहीं चढ़ पा रहा है, बात भी सही है, पहले करियर फिर शादी। दिग्विजय उस बच्चे के लिये हैरान परेशान हैं, जिसने 10 साल पहले अपने घर पर एक-56 छिपाकर रख ली थी। नाम है संजू, जिसके लिये दिग्गी राजा कहते हैं कि बच्चे को माफ कर देना चाहिये। मुलायम सिंह यादव होली के हुल्लड़ में यूपीए के जिस नेता को चाहे पोत सकते हैं, कोई बुरा नहीं मानने वाला, क्योंकि यूपीए की सत्ता की चावी इनके हाथ में है। ऐसे ही कई और नेताओं की होली कैसी रहेगी।
लेखक परिचय- पंकज प्रसून अपने तीखे व्यंग्यों और ठहाकों के भरे हास्य के लिए जाने जाते हैं। इनका ई मेल आई डी [email protected] व मो नंबर 09598333829 है।
गुझिया में बेसन भर रहे नरेन्द्र मोदी
मैं
प्रयोगों
का
धनी
गुझिया
में
बेसन
भर
रहा
हूँ
मैं
समूचे
देश
का
मोदीफिकेशन
कर
रहा
हूँ।
कभी
भी
नहीं
देखा
होगा
ऐसा
सीन
दिखाऊंगा
भैस
करेगी
ताताथैया
ऐसी
बीन
बजाऊंगा..
होली
पर
मेरा
है
अपना
भगवा
रंग,
ओए
नितीशू
करो
न
अब
मुझको
तंग।
राहुल गा रहे- मेरी शादी कर वाओ
राहुल
गांधी
जनता
से
बोले
शादी
करवाओ
राजनीति
में
हुयी
बावली
मम्मी
को
समझाओ
मैंने
अपने
तन
मन
की
लगभग
हर
इच्छा
मारी
भरी
जवानी
में
युवराज
बना
हूं
अटल
बिहारी..
बस
करो
राजनीति
की
डोज,
होली
है!
कोई
तो
कर
दो
मुझे
प्रपोज।
मनमोहन सिंह- मैडम से होगा रंग अप्रूव
मैं
जनपथ
में
मुंह
सिलकर
बस
खाता
रहा
छुहारे
इतने
जोक
बने
मुझ
पर
कि
संता-बंता
हारे
मनमोहन
जी
से
बोला
मैं
खेलो
मो
संग
होली
वो
बोले
किस
रंग
से
खेलूं
ये
मैडम
न
बोली..
जब
मैडम
से
होगा
रंग
अप्रूव,
होली
पर
तभी
न
लूँगा
मैं
कोइ
मूव।
सोनिया गांधी
आओ
मेरे
भष्ट
मंत्रियों
फाग
झूम
कर
गाओ
आने
वाले
लोक
सभा
में
लुटिया
मेरी
डुबाओ
समय
अल्प
है
मोहन
प्यारे
खूब
करो
घोटाले
तुम
सब
में
जो
पाक
साफ़
हो
वो
मुझ
को
रंग
डाले
मैं
लेकर
बैठी
हूँ
पिचकारी,होली
खेलो
अवध
बिहारी
अखिलेश यादव
सत्ता
मिलते
बांटा
भत्ता
रंग
गुलाल
उड़ाओ
लैपटाप
पा
गए
हो
उसमें
इंटरनेट
लगवाओ!
दुनिया
की
रंगीन
अदाएं
देखो
खुल्लम
खुल्ला
चैटिंग
से
मारो
पिचकारी
न
कर
हल्ला
गुल्ला!
करो
अब
पास
ट्विटर
का
टेस्ट,
होली
है
तो-
दनादन
भेजो
फ्रेंड
रिक्वेस्ट।
पवन बंसल
जनरल
बोगी
में
घुसना
है
तो
आगे
वाले
को
ठेल
रेल
में
रेलमपेल
मची
है
फिर
कैसे
घाटे
में
रेल।
वाह
आपने
बंसल
जी
कुछ
ऐसा
बजट
बनाया
चली
सोनिया
मेल
हर
जगह
रायबरेली
आया।
इस
साल
दबा
कर
खेलो
रेल
में
रंग,
जमकर
करो
खूब
पटरी
पर
हुडडंग।
पी चिदंबरम
बजट
बनाकर
पा
गया
मैं
नंबर
वन
रैंक
आखिर
खुलवा
ही
दिया
महिलाओं
का
बैंक,
अर्थ
शास्त्र
का
महारथी
हूँ
वित्त
क्षेत्र
का
ज्ञानी
लेकिन
घर
का
बजट
बनाती
हैं
मेरी
महरानी।
रंग
के
नहीं
बढे
हैं
दाम,
खेलो
होली
मेरे
आम।
ममता बनर्जी
मेरा
टैलेंट
अदभुत
मुंह
फुलाकर
खोल
सकती
हूँ,
मैं
हूँ
बंगाल
की
रानी
मैं
कुछ
भी
बोल
सकती
हूँ।
मैंने
मन
की
मर्जी
से
जिसे
चाहा
उसे
रंगा,
नहीं
धरती
पे
कद्दावर
जो
मुझसे
ले
सके
पंगा।
इनका
है
बस
यही
कहना,
बड़ी
रंगबाज
है
बंगाल
की
बहना।
मायावती
आजकल
जीवन
में
बस
आनंद
ही
आनंद
है
मैं
जिसे
लाई
थी
अब
हर
योजना
वो
बंद
है।
विविध
रंगों
के
विविध
गुंडों
की
अब
भरमार
है,
जेल
के
कैदी
यहाँ
चलवा
रहे
सरकार
है।
करो
इस
होली
में
क्षति
पूर्ति,
लगाओ
मेरी
ऊँची
मूर्ति।
बाबा रामदेव- वो काला रंग ले आओ
आसन
बहुत
सिखाया
प्यारे
अब
अनशन
सिखलाता
हूँ,
अब
अनुलोम
विलोम
को
मैं
अनुरोध
विरोध
बताता
हूँ।
अगर
खेलनी
मुझसे
होली
और
बजाना
बैण्ड,
फिर
तो
तुमको
तो
जाना
होगा
आज
ही
स्विट्ज़रलैंड।
धनके
अंदर
घुसा
है
वो
काला
रंग
ले
आओ,
होली
है
आज
मुझे
उसमें
जमकर
नहलाओ।
एन डी तिवारी
मेहनतकश
हूँ
मैंने
जोड़े
हैं
समाज
से
तार
जाने
कहाँ
कहाँ
तक
मेरा
डीएनए
विस्तार
मैं
युनिवर्सल
डोनर
हूँ
फिर
हूँ
कितना
शोषित
कुछ
डाक्टरों
ने
मिलकर
मुझको
पिता
किया
है
घोषित
मैं
हूँ
दिलकश
और
रंगीला,
मेरा
कुनबा
बना
कबीला।
अन्ना हजारे..
मैं
अन्ना
हूँ
वो
अन्ना
है
जाने
कहाँ
गया
पन्ना
है
सबने
मिलकर
चूस
लिया
है
अन्ना
तो
सूखा
गन्ना
है
जितना
भी
है
शेष
उसी
पे
मल
मल
रंग
लगाओ
लोकपाल
की
जगह
पे
कोई
लेखपाल
ले
आओ.
बनाया
जिसने
मुझे
फ़कीर,
किरण
बेदी
की
थी
तस्वीर।
अरविन्द केजरीवाल ..
हाथी
घोडा
पालकी
जय
हो
केजरीवाल
की
हमको
लोकसभा
पहुँचाओ,
ऐसी
तैसी
लोकपाल
की
मैं
तो
कहता
हूँ
भैया
सरकार
नहीं
बन
पायेगी
आम
आदमी
की
जद
में
ये
औरत
कभी
न
आयेगी
,
इसलिए
मानो
मेरी
बात,
करो
शिल्पा
शेट्टी
से
बात।
मुलायम सिंह यादव
बेटा
सीएम
बहू
एमपी,
पीएम
की
दरकार
है,
खूब
करो
रंगबाजी
यह
परिवार
की
सरकार
है।
जाने
क्यों
मुझसे
डरते
हैं
सभी
विधायक
मंत्री,
गले
में
बंधवाते
फिरते
हैं
भूत-प्रेत
की
जंत्री।
रंग
खेलूँगा
विश्वास
करो,
पर
पहले
मेरी
क्लास
करो।